6. यदि एक प्रकाशिक तन्तु की क्रोड के पदार्थ तथा ब्लेडिंग के पदार्थ के निरपेक्ष अपवर्तनांक क्रमशः n$_1$ व n$_2$ हों, तो तन्तु केवायु-क्रोड अन्तरापृष्ठ पर अधिकतम स्वीकार्य कोण होगा:
27. अंकीय संकेत : (i) सतत मानों के समुच्चय प्रदान नहीं करते, (ii) विविक्त चरणों के रूप में मानों को प्रदर्शित करते हैं, (iii) केवल द्वि-आधारी निकाय का उपयोग करते हैं, (iv) दशमलव तथा द्वि-आधारी दोनों निकायों का उपयोग कर सकते हैं। इनमें से सत्य विकल्प है:
29. वैसी व्यवस्था जिसके अन्तर्गत किसी विशाल एवं जटिल नेटवर्क से संयोजित दो या अधिक कम्प्यूटरों के बीच हर प्रकार की सूचना का आदान-प्रदान एवं संचार होता है, उसे कहते हैं:
37. वैसी युक्ति जिसकी सहायता से ध्वनि के साथ-साथ चित्रों एवं दृश्यों को रेडियो तरंगों द्वारा दूर-स्थित स्थानों पर प्रेषित कर दूरस्थ स्थानों पर पुनः अभिग्रहण किया जाता है, उसे कहते हैं:
40. वैसी युक्ति जिसकी संक्षिप्ती बोधन “विकिरण के उद्दीपित उत्सर्जन द्वारा माइक्रो-तरंगों का प्रवर्धन" है, जिसमें समाविष्ट प्रतिलोमन की क्रिया होती है, कहा जाता है:
52. एक एकल पार्श्व बैण्ड जिसमें वाहक तरंग निरुद्ध कर आयाम मॉडुलित किया गया है, द्वि-पार्श्व बैण्ड पद्धति की तुलना में ज्यादा पसन्द की जाती है, क्योंकि इसमें: