1. A, B तथा C लाभ को 8:5:3 के अनुपात में विभाजित करते हैं । P अवकाश ग्रहण करता है । A के हिस्से का 3/16 भाग B तथा 5/16 भाग C प्राप्त करता है । नया लाभ विभाजन अनुपात होगा -
5. अ ब और स एक फर्मे समान साझेदार हैं । ब अवकाश ग्रहण करता है । शेष साझेदारों ने नई फर्म के लाभों को 5:4 के अनुपात में बांटने का निश्चय किया । प्राप्ति अनुपात होगा -
11. बाहर जाने वाले साझेदार केे शेष साझेदार के पक्ष में फर्म के भावी लाभों के त्याग के लिए क्षतिपूर्ति की जानी है। शेष साझेदार ऐसी क्षतिपूर्ति का अंत करते हैं -
12. X, Y, Z 3:4:3 के अनुपात में लाभों को विभाजित करते हुए साझेदार हैं। Y अवकाश ग्रहण करता है और X एवं Z अपना लाभ समान अनुपात में बाटते हैं। X एवं Z का नया अनुपात होगा—
13. आनंद ,बहादुर और चंद्र लाभों का विभाजन समान रूप से करते हुए साझेदार हैं । चंदर के अवकाश ग्रहण करने पर आनंद और बहादुर ने उसके भाग का अधिग्रहण 3:2: के अनुपात में किया । आनंद और बहादुर का नया लाभ विभाजन अनुपात होगा -
14. ए, ब तथा सी 3:4:2 मेें साझेदार हैं । बी फर्म से अवकाश ग्रहण करना चाहता है । इस तिथि को पुनर्मूल्यांकन का लाभ ₹36,000 था । ए तथा सी का नया अनुपात 5:3 है । पुनरमूल्यांकन का लाभ बांटा जाएगा -
21. एक्स वाई जेड एक फर्म में बराबर के साझेदार हैं । जेड फर्म से अवकाश ग्रहण करता है । एक्स और वाई के बीच लाभ-विभाजन का अनुपात 1:2 है। लाभ प्राप्ति अनुपात होगा -
23. एक साझेदार के अवकाश ग्रहण करने के समय , सभी साझेदारों के लिए किए गए फर्म की संयुक्त बीमा जीवन पॉलिसी के विरुद्ध फॉर्म को बीमा कंपनी से प्राप्त होता है -
25. हरि, रॉय तथा प्रसाद साझेदार हैं तथा उनका लाभ विभाजन अनुपात 3:5:1 है । रॉय अब अवकाश चाहता है । उसका हिस्सा प्रसाद नेे ले लिया। हरि तथा प्रसाद का नया अनुपात होगा -
30. गोविंद, हरी और प्रताप साझेदार हैं । गोविंद की सेवानिवृत्ति पर चिट्ठे में ख्याति को 24,000 पहले से ही दर्शाया गया है । ख्याति को अपलिखित किया जाएगा -
(A) सभी साझेदारों के पूंजी खातों को उनके पुराने लाभ-विभाजन अनुपात में
(B) शेष साझेदारों के पूंजी खातों को उनके नये लाभ-विभाजन अनुपात में
(C) सेवानिवृत्त साझेदार के पूंजी खाते को उसके भाग की ख्याति में डेबिट करके
31. अवकाश ग्रहण करने वाले साझेदार के लाभ के हिस्से को शेष साझेदारो के द्वारा ग्रहण करने के संबंध में अन्य सूचना के अभाव में यह मान लिया जाता है कि वे लोग उसकी/उसके हिस्से को ग्रहण करेंगे -
32. P, Q तथा R साझेदार हैं और उनका लाभ विभाजन अनुपात 5:3:2 है । R अवकाश ग्रहण करता है और अपने हिस्से का 3/5 P के पक्ष में तथा 2/5 Q के पक्ष में समर्पित करता है । नया लाभ-विभाजन अनुपात ज्ञात कीजिए -
33. A, B और C साझेदार हैं और उनकी पूंजी क्रमशः ₹ 1,00,000, ₹ 75,000 एवं ₹ 50,000 है । C के अवकाश ग्रहण पर उसके अंश को A एवं B ने 6:4 के अनुपात में खरीद लिया । लाभ-प्राप्ति अनुपात होगा -
34. x, y और z साझेदार हैं और लाभोंं का 5:3:2 के अनुपात में विभाजित करते हैं । y अवकाश ग्रहण करता है और x, y से 1/10 तथा z y से 1/5 ग्रहण करता है तो नया लाभ विभाजन अनुपात होगा -