स्थायी बंदोबस्त अथवा इस्तामरारी बंदोबस्त ईस्ट इंडिया कंपनी और बंगाल के जमींदारों के बीच कर वसूली से संबंधित एक स्थाई व्यवस्था हेतु सहमति समझौता था, जिसे बंगाल में लार्ड कार्नवालिस ने 22 मार्च, 1793 को जारी किया गया था।
Options C सही है।
30 जून 1855 को, दो संथाल विद्रोही नेताओं, सिद्धु मुर्मू और कान्हू मुर्मू ने लगभग 60,000 संथालों को लामबंद कर दिया और ईस्ट इंडिया कंपनी के खिलाफ विद्रोह की घोषणा की।
सिद्धू मुर्मू ने विद्रोह के दौरान समानांतर सरकार के चलाने के लिए लगभग दस हजार संथालों को जमा किया था।
Options D सही है।
संथाल विद्रोह का नेतृत्व,
संथाल विद्रोह (हूल आंदोलन) का नेतृत्व सिद्धू-कान्हू ने किया था।
Options B सही है।
स्थायी बंदोबस्त अथवा इस्तमरारी बंदोबस्त ईस्ट इंडिया कंपनी और बंगाल के जमींदारों के बीच कर वसूली से संबंधित एक स्थाई व्यवस्था हेतु सहमति समझौता था। जिसे बंगाल में लार्ड कार्नवालिस द्वारा 22 मार्च, 1793 को लागू किया गया।
Options A सही है।
EXPLANATION:-
1855-56 में संथाल विद्रोह का नेतृत्व करने वाले दो भाइयों सिद्धू और कान्हू ने अंग्रेजों के दांत खट्टे कर दिए थे। अंग्रेजों ने इनके विद्रोह को ऐसे कुचला कि जालियांवाला कांड भी छोटा पड़ जाता है। इस विद्रोह में अंग्रेजों ने लगभग 30 हजार संथालियों को गोलियों से भून डाला था।
अतः सही उत्तर option B होगा।
30 जून 1855 को, दो संथाल विद्रोही नेताओं, सिद्धू मुर्मू और कान्हू मुर्मू ने लगभग 60,000 संथालों को लामबंद किया और ईस्ट इंडिया कंपनी के खिलाफ विद्रोह की घोषणा की।
सिद्धू मुर्मू ने विद्रोह के दौरान समानांतर सरकार के चलाने के लिए लगभग दस हजार संथालों को जमा किया था।
Options A सही है।
संकेत: कॉर्नवॉलिस कोड ईस्ट इंडिया कंपनी द्वारा 1793 में एक कानून पारित किया गया है। इस कोड को कॉर्नवाॅलिस ने विकसित किया था, जो 1786 से 1793 तक बंगाल का गवर्नर था।
Options D सही है।
राजमहल पहाड़ियां भारत के झारखंड के संथाल परगना संभाग में स्थित हैं। वे गोंडवाना महाद्वीप के उत्तरी तट पर स्थित थे, और इसकी पहाड़ियों पर अजसौरिया पहाड़ियां पर लोग रहते हैं जबकि इसकी घाटियों में संथाल लोगो का वर्चस्व हैं।
Options A सही है।
कंपनी काल में अनेक शक्तिशाली जमींदारों के लिए "राजा" शब्द का प्रयोग किया गया था। वे जमींदारी थे जो बड़ी जमीन के मालिक होते थे और ईस्ट इंडिया कंपनी से और स्थानीय नवाबों से संबंध रखते थे।
Options B सही है।
95 प्रतिशत से अधिक बिक्री फ़र्ज़ी हाेती थी। 18वीं शाताब्दी में बंगाल में नीलामी हुई थी।
Options A सही है।
इस्तमरारी बन्दोबस्त सन् 1793 ई० में बंगाल के गवर्नर-जनरल लार्ड कार्नवालिस ने बंगाल में लागू किया था। इस व्यवस्था के अनुसार जमींदार को एक निश्चित राजस्व की राशि ईस्ट इण्डिया कम्पनी को देनी होती थी। जो जमींदार अपनी निश्चित राशि नहीं चुका पाते थे, उनकी जमींदारियाँ नीलाम कर दी जाती थीं। यह तत्कालीन भारत के 19 प्रतिशत भाग पर लागू थी। जिसके बाद अधिक से अधिक जमींदारियां हस्तांतरित (लगभग 75 %) की गई ।
Options A सही है।
चार्ल्स कॉर्नवॉलिस, प्रथम मार्केस और द्वितीय अर्ल कॉर्नवॉलिस (जन्म 31 दिसंबर 1738, लंदन, इंग्लैंड - मृत्यु 5 अक्टूबर 1805, गाजीपुर, भारत) [अब उत्तर प्रदेश, भारत में]) एक ब्रिटिश सैनिक और राजनेता थे।
Options B सही है।
शिकमी रैयत से तात्पर्य उन रैयतदारों से होता था।
जो किसी जमींदार से खेत लेकर अन्य किसी किसान को खेती करने के लिए देते थे।
18वीं-19वीं सदी में शुरुआत में जमींदारों के पास बहुत अधिक भूमि होती थी और सभी पर उनके द्वारा खेती करना संभव नहीं था। इसलिए रैयत बड़े-बड़े किसानों को पट्टे पर भूमि खेती करने के लिए देते थे ।
Options A सही है।
लगन वसूली के समय, जमींदार का एक अधिकारी, जिसे आमतौर पर अमला कहा जाता था, गाँवों से कर वसूलता था।
Options B सही है।
जमींदार अक्सर शहरी इलाकों में रहते थे जबकि जोतदार गाँवों में रहते थे और गरीब ग्रामीणों के एक बड़े हिस्से पर सीधा नियंत्रण रहते थे।
Options A सही है।
महाराजा मेहताब चंद का जीवनकाल 1820–1879 था। उनका जन्म 1820 में हुआ था और उन्होंने 1832-1879 तक शासन किया।
Options A सही है।
स्थायी बंदोबस्त अथवा इस्तामरारी बंदोबस्त ईस्ट इंडिया कंपनी और बंगाल के जमींदारों के बीच कर वसूली से संबंधित एक स्थाई व्यवस्था हेतु सहमित समझौता था जिसे बंगाल में लार्ड कार्नवालिस द्वारा 22 मार्च, 1793 को लागू किया गया।
Options A सही है।
17 मई 1498 में पुर्तगाल का वास्को-डी-गामा भारत के तट पर आया।
जिसके बाद भारत आने का रास्ता तय हो गया। वास्को डी गामा की सहायता गुजराती व्यापारी अब्दुल मजीद ने की।
Options A सही है।
ब्रिटिश लाइब्रेरी लंदन के रिकॉर्ड के अनुसार, ईस्ट इंडिया कंपनी की स्थापना 31 दिसंबर 1600 को हुई थी।
साल 1608 में विलियम हॉकिन्स ईस्ट इंडिया कंपनी के जहाज़ लेकर सूरत आया था। इसके बाद कंपनी ने भारत में पहला कारखाना सूरत में 11 जनवरी 1613 को खोला था।
Options B सही है।
फ्रांसिस बुकानन एक चिकित्सक थे जो भारत आया और बंगाल चिकित्सा सेवा में (1794 से 1815 तक) कार्य किया। कुछ वर्षों तक वह भारत के गवर्नर जनरल लॉर्ड बेलेज़्ली का सर्जन रहा।
एक स्कॉटिश सर्जन, सर्वेक्षक और वनस्पतिशास्त्री थे, जिन्होंने भारत में रहते हुए एक भूगोलवेत्ता और प्राणी विज्ञानी के रूप में महतवपूर्ण योगदान रहा।
Options D सही है।
फ्रांसिस बुकानन के विवरण की तुलना इतिहास के एनल्स स्कूल से की गई है।
फ्रांसिस बुकानन एक ब्रिटिश चिकित्सक थे, भारत में चिकित्सा कार्य करने के लिए आये थे।
ब्रिटिश राज के समय इंग्लैंड से भारत में चिकित्सा कार्य हेतु फांसिस बुकानन आए और यहां पर आकर उन्होंने सबसे पहले बंगाल मे उन्होंने अपनी चिकित्सा कार्य को आरंभ किया।
Options A सही है।
राजमहल की पहाड़ियों में उन्नीसवीं शताब्दी के प्रारंभिक वर्षों में, बुकानन ने राजमहल की पहाड़ियों में रहने वाली संथाल जनजाति जो घाटी वाले क्षेत्रों में रहते थे, उनका का दौरा किया था। उसके वर्णन के अनुसार ये पहाड़ियाँ अभेद्य लगती थीं। यह एक ऐसा ख़तरनाक इलाक़ा था जहाँ बहुत कम यात्री जाने की हिम्मत करते थे। बुकानन जहाँ कहीं भी गया, वहाँ उसने निवासियों के व्यवहार को शत्रुतापूर्ण पाया।
Options B सही है।
पांचवी रिपोर्ट, 1813:
इस ईस्ट इंडिया कंपनी के मामलों को देखने के लिए ब्रिटिश संसद द्वारा 1810 में गठित एक प्रवर समिति द्वारा तैयार किया गया एक प्रसिद्ध दस्तावेज हैं।
Options C सही है।
सही उत्तर थॉमस मुनरो है। रैयतवाड़ी व्यवस्था ब्रिटिश राज के दौरान शुरू की गई एक भू-राजस्व प्रणाली थी। रैयतवाड़ी व्यवस्था की शुरुआत थॉमस मुनरो ने की थी। थॉमस मुनरो ने 1820 से 1827 तक मद्रास के गवर्नर के रूप में कार्य किया।
Option C सही हैं।
मुगल सम्राट शाह आलम द्वितीय ने 1765 में ईस्ट इंडिया कंपनी को बंगाल, बिहार और उड़ीसा की दीवानी दी।
बक्सर की लड़ाई अंग्रेजों और मीर कासिम, शुजा उद दौला जो अवध के नवाब थे और मुगल सम्राट शाह आलम द्वितीय की संयुक्त सेना के बीच लड़ी गई थी।
यह लड़ाई अंग्रेजों ने जीती थी।
अधिकार शाह आलम-द्वितीय द्वारा प्रदान किए गए थे।
Option B सही हैं।
Additional Information
भारत में पहली बार समकालिक जनगणना 1881 में की गई थी। उस दौरान लॉर्ड रिपन भारत के वायसराय थे।
Option C सही हैं।
सरकार ने 1877 में दक्कन दंगा जांच समिति का गठन किया। आयोग के अनुसार विद्रोह के मुख्य कारण गरीबी और कर्ज थे। आंदोलन को दबाने और किसानों को साहूकारों से बचाने के प्रयास में सरकार ने 1897 में दक्कन किसान राहत अधिनियम-1879 लागू किया।
Option A सही हैं।
सरकार ने 1877 में दक्कन दंगा जांच समिति का गठन किया। आयोग के अनुसार विद्रोह के मुख्य कारण गरीबी और कर्ज थे। आंदोलन को दबाने और किसानों को साहूकारों से बचाने के प्रयास में सरकार ने 1897 में दक्कन किसान राहत अधिनियम-1879 लागू किया।
सन् 1813 में ब्रिटिश संसद में एक विस्तृत रिपोर्ट प्रस्तुत की गई, जिनमें से एक रिपोर्ट पाँचवी रिपोर्ट कहलाती थी। इस रिपोर्ट में भारत में ईस्ट इण्डिया कम्पनी के प्रशासन और क्रियाकलापों का वर्णन था। यह रिपोर्ट 1002 पृष्ठों में थी। इस रिपोर्ट में जमींदारों और रैयतों (किसानों) की अर्जियाँ तथा अलग-अलग जिलों के कलेक्टरों की रिपोर्ट, राजस्व विवरणियों से सम्बन्धित सांख्यिकीय तालिकाएँ और अधिकारियों द्वारा बंगाल तथा मद्रास के राजस्व तथा न्यायिक प्रशासन पर लिखी हुई टिप्पणीया शामिल थीं।
बंगाल सरकार के अनुरोध पर बुकानन ने ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी के अधिकार क्षेत्र में आने वाली भूमि का विस्तृत सर्वेक्षण किया। जिसमें उन्होंने किसानों की स्थिति का वर्णन किया जिसे हम बुकानन रिपोर्ट कहते है।
Options D सही है।
आदिवासी विद्रोह के नायक बिरसा मुंडा थे ।
यह मात्र विद्रोह नहीं था। यह आदिवासी अस्मिता, स्वायतत्ता और संस्कृति को बचाने के लिए संग्राम था। पिछले सभी विद्रोह से सीखते हुए, बिरसा मुंडा ने पहले सभी आदिवासियों को संगठित किया फिर छेड़ दिया अंग्रेजों के ख़िलाफ़ महाविद्रोह 'उलगुलान'।
Option D सही हैं।
बंगाल के गवर्नर-जनरल और बाद में भारत के गवर्नर-जनरल (1828-1835)विलियम बेंटिक ने 1822 के विनियमन को संशोधित किया, जिसमें महालवारी प्रणाली की शुरुआत की गई। उन्होंने महसूस किया कि 1822 के विनियमन का परिणाम व्यापक दुख था। लंबे विचार-विमर्श के बाद, बेंटिक की सरकार ने 1833 में एक नया विनियमन पारित किया।
Option C सही हैं।
इसकी स्थापना भाषाविद् विलियम जोन्स ने 15 जनवरी 1784 को कलकत्ता में जस्टिस रॉबर्ट चेम्बर्स की अध्यक्षता में एक बैठक में की थी, जो उस समय फोर्ट विलियम प्रेसीडेंसी की राजधानी थी। अपनी स्थापना के समय इस सोसाइटी का नाम " एशियाटिक सोसाइटी " रखा गया था। 1825 में, सोसाइटी का नाम बदलकर "द एशियाटिक सोसाइटी" कर दिया गया।
Option A सही हैं।
"दामिन-ए-कोह" एक फारसी शब्द है जिसका अर्थ है ' पहाड़ियों की क्षेत्र'। भूमि अनुदान का प्रमाण पत्र अंग्रेजों द्वारा यह देखते हुए कि कुल क्षेत्रफल का 10 से 1 की न्यूनतम से भी गुजरना पड़ता था और पहले 10 वर्षों में खेती की जा सकता था में एक शर्त थी।
Option 1 सही हैं।
सन् 1820 में मद्रास के तत्कालीन गवर्नर टॉमस मुनरो ने रैयतवाड़ी व्यवस्था आरंभ की। यह व्यवस्था मद्रास, बंबई एवं असम के कुछ भागों में लागू की गई। रैयतवाड़ी व्यवस्था के तहत लगभग 51 प्रतिशत भूमि आई। इसमें रैयतों या किसानों को भूमि का मालिकाना हक प्रदान किया गया।
Option C सही हैं।