ऋग्वेद सनातन धर्म और संपूर्ण विश्व का प्राचीन ग्रंथ हैं। इसमें 10 मंडल 1027 सूक्त और वर्तमान में 10462 मंत्र हैं।
Options A सही है।
छान्दोग्योपनिषद् के प्रथम प्रपाठक में ऋचा, साम आदि के सार रूप ॐकार की व्याख्या की गयी हैं।
देवासुर संग्राम के उपाख्यान से ॐकार अर्थात् ध्वनि को केवल स्वर-श्वास आदि तक ही सीमित न रखकर उसे मुख्य प्राणों के स्पन्दन से जोड़ने का रहस्य समझाया है।
साथ ही आकाश, पृथ्वी इत्यादि की चर्चा भी की गई है।
Options B सही है।
संप्रदाय संस्थापक
घर अक्रियवादी पूरन कश्यप
यदृच्छावाद आचार्य अजीत
भौतिकवादी पकुध कच्चायन (भौतिक दर्शन)
अनिश्चयवादी संजय वेट्ठलिपुत्र
Options C सही है।
छठी शताब्दी ईश्वर पूर्व के धर्म सुधारक आंदोलन का एक प्रधान कारण था। तत्कालीन धार्मिक व्यवस्था के विरुद्ध और संतोष की भवना। इस समय तक धार्मिक जीवन और आडंबरपूर्ण एवं बालीप्रधान बन चुका था।
Options D सही है।
भगवान महावीर ने ईसापूर्व 527, 72 वर्ष की आयु में बिहार के पावापुरी (राजगीर) में में कार्तिक कृष्ण अमावस्या को निर्माण मोक्ष प्राप्त किया।
Options B सही है।
तीसरी बौद्ध संगीति अशोक के संरक्षण में पाटलिपुत्र में आयोजित की गई थी।
Options A सही है।
भगवान बुद्ध ने पालि भाषा में ही उपदेश दिये थे।
Options D सही है।
बुद्ध ने कहा कि सम्यक मार्ग ही वास्तविक उपचार है। यही बुद्ध का दर्शन हैं। बुद्ध का अष्टांगिक मार्ग ही उनका दर्शन व हर व्याधि का उपचार है। दुखों से मुक्ति के लिए इसका पालन अनिवार्य हैं। अब यह सम्यक मार्ग क्या है? जीवन के हर क्षेत्र में हर प्रकार की अति से बुद्ध का अष्टांगिक मार्ग अथवा सम्यक मार्ग है।
Options C सही है।
त्रिपिटक बौद्ध धर्म का प्रमुख ग्रंथ है। जिसे सभी बौद्ध संप्रदाय मानते हैं।
यह बौद्ध धर्म की प्राचीनतम ग्रंथ है जिसमें भगवान बुद्ध के उपदेश संग्रहित है। यह ग्रंथ पाली भाषा लिखा गया है और विभिन्न भाषाओं में अनुवादित है।
Options B सही है।
1818 में सांची को फिर से खोजा गया और यह पाया गया की संरचना के अद्भुत टुकड़े कच्चे आकार में नहीं थे। धीरे-धीरे ऐतिहासिक और स्थल का धार्मिक महत्व पहचान लिया गया। स्तूपों का जीर्णोध्दार कार्य 1881 में शुरू हुआ और आखिरकार 1912 और 1919 के बीच इनकी सावधानी पूर्वक मरम्मत की गई और इन्हें बहाल किया गया।
Options C सही है।
अशोक ने पहले स्तूप की बनवाया और यहां कई स्तंभ बनवाए।
Options A सही है।
साँची भारत के मध्य प्रदेश राज्य के रायसेन जिले में सांची नगर के पास एक पहाड़ी पर स्थित एक छोटा सा गांव है।
Options B सही है।
यह स्थान बौद्ध धर्म से संबंधित है लेकिन सीधे बुद्ध के जीवन से नहीं। यह अशोक से अधिक बुद्धि से संबंधित है। अशोक ने पहला स्तूप बनवाया और यहां कई स्तंभ बनवाए।
प्रसिद्ध अशोक स्तंभों के मुकुट, जिनमें चार शेर पीछे की ओर खड़े हैं, भारत के राष्ट्रीय प्रतीक के रूप में अपनाया गया है।
Options C सही है।
सांची के स्तूप अपने प्रवेश द्वारों के लिए उल्लेखनीय है क्योंकि उनमें बुद्ध के जीवन की घटनाओं और जातक कथाओं में वर्णित बोधिसत्व के रूप मे उनके पिछले अवतारों का अलंकृत चित्रण है।
अलग-अलग समय के मूर्तिकारों ने आकृतियों को दोहराकर एक ही कहानी को दर्शाने की कोशिश की। बुद्ध को प्रतीकात्मक रूप से पेड़ के रूप में या अन्य निर्जीव आकृतियों के माध्यम से दिखाया गया है।
Options B सही है।
एलोरा का कैलाश मंदिर महाराष्ट्र के औरंगाबाद जिसे में स्थित है जिसे राष्ट्रकूट शासक कृष्ण प्रथम ने बनवाया था।
Options C सही है।
सातवाहनो के काल से अमरावती स्तूप भारत के आंध्र प्रदेश के पालनाडू जिले के अमरावती गांव में एक खंडहर बौद्ध स्तूप है, जो संभवतः तीसरी शताब्दी ईसा पूर्व और लगभग 250 ई. पू. के बीच चरणों में बनाया गया था।
इस कला में पहली बार बुद्ध की सुंदर मूर्तियां बनायी गयी। इनके निर्माण मे सफेद और काले रंग के पत्थर का व्यवहार किया गया।
Options C सही है।
अवतारवात एक आधारभूत वैष्णवीय संकल्पना है जो भागवत नारायण के नायक देवता वासुदेव श्री कृष्ण के साथ एकीकरण से विकसित हुआ प्रतीक होता हैं। इस एकीकरण के फलस्वरूप ही जाते लगे थे। विष्णु के अवतार भागवत धर्म की मुख्य भित्ति है। पुराणों में दशावतार का उल्लेख अनेकश: हुआ हैं।
Options B सही है।
भगवान विष्णु साथ आप मां लक्ष्मी की भी पूजा की जाती है। माता लक्ष्मी, श्री हरी भगवान विष्णु जी अर्धागिनी है। देवी लक्ष्मी धन की देवी है तथा भगवान विष्णु संसार के संचालक है।
Options A सही है।
गया से लगभग 20 किलोमीटर उत्तर बेलागंज से 10 किलोमीटर पूरब में स्थित है। इसके ऊपर भगवान शिव का मंदिर है, जहां हर वर्ष हजारों श्रद्धालु सावन के महीने में जल चढ़ाते हैं। कहते हैं इस मंदिर को बाणासुर ने बनवाया था। पुन: सम्राट अशोक ने मरम्मत करवाया। इसके नीचे सतघरवा की गुफा है, जो प्राचीन स्थापत्य काल का नमूना है।
Options C सही है।
भगवान महावीर जैन धर्म के चौबीसवें तीर्थंकर थे। भगवान महावीर का जन्म करीब ढाई हजार वर्ष पहले (ईसा से 599 वर्ष पूर्व), वैशाली गणराज्य के क्षत्रियकुंड में क्षत्रिय परिवार हुआ था।
Options C सही है।
अंगुत्तरनिकाय एक महत्त्वपूर्ण बौद्ध ग्रंथ हैं। यह सूत्तापिटक के पांच निकायों में से चौथा निकाय हैं। अंगुत्तरनिकाय में गौतम बुद्ध और उनके मुख्य शिष्यों के हजारों उपदेश संग्रहित है। अंगुत्तरनिकाय का हिन्दी अनुवाद भदन्त आनन्द कौसल्यायन ने किया है जिसे महाबोधि सभा, कलकत्ता द्वारा प्रकाशित किया गया है।
Options A सही है।
मंदिर निर्माण की काल गुप्त काल की है। तब से, मंदिर, वास्तुकला की काल कई चरणों में विकसित हुई है।
हिंदू मंदिर वास्तुकाल सदियों से कई किस्मों में विकसित हुई है। इस विकास के प्रमुख वर्गीकरणों को नागर शैली की वास्तिकाल के बीच प्रतिष्ठित किया जा सकता है, जो उत्तर में अपनाई गई थी, और वास्तुकला की द्रविड़ शैली भारत के दक्षिणी भागों में अपनाई गई थी। बेसर सैली के मंदिर भी गुप्त काल में हैं।
Options D सही है।
वास्तुशास्त्र के अनुसार देवमंदिर के ब्रह्मसूत्र या उत्सेध की दिशा में नीचे से ऊपर की ओर उठाते हुए कई भाग होते हैं।
पहले जगती, दूसरा अधिष्ठान, तीसरा गर्भगृह, चौथा शिखर और अंत में शिखर के ऊपर आमलक और कलश।
मन्दिर के गर्भगृह को सबसे महत्त्वपूर्ण भाग माना जाता है। इसमें भगवान कि प्रतीमा होती है जिसे स्पर्श करने का आधिकार सिर्फ पुजारी का होता है।
Options A सही है।
बुद्ध की मृत्यु के बाद बौद्ध धर्म दो संप्रदायों में विभाजित हो गया– महायान और हीनयान।
हीनयान (लघु यान या मामूली यान) और महायान (बड़ा यान या विशाल यान) शब्द प्रज्ञापरामित (दूरगामी विवेकशील जागरूकता पर सूत्र, प्रजा पूर्णता सूत्र) में उत्पन्न हुए है। हीनयान बुद्ध की मूल शिक्षा का अनुसरण करता है।
Options B सही है।
त्रिपिटक बौद्ध धर्म का प्रमुख ग्रंथ है। जिसे सभी बौद्ध सम्प्रदाय (महायान, थेरवाद, वज्रयान, मुलसर्वस्तिवाद आदि) मानते हैं।
यह बौध धर्म का प्राचीनतम ग्रंथ हैं। जिसमें भगवान बुद्ध के उपदेश संगृहीत है।
यह ग्रंथ पाली भाषा में लिखा गया है।
Options B सही है।
कुषाण सम्राट कनिष्क के शासनकाल के दौरान चौथी बौद्ध परिषद आयोजित की गई थी।
दूसरी शाताब्दी के दौरान, कनिष्क कुषाण वंश का सम्राट था।
Options D सही है।
महावीर ने पांचवे महाव्रत के रूप में ब्रह्मचर्य महाव्रत को जोड़ा।
भगवान पार्श्वनाथ के समय चार महाव्रत ,(अहिंसा, सत्य, अचौर्य व अपरिग्रह) स्वरूप चातुर्याम धर्म था।
Options B सही है।
तीसरी बौद्ध संगीती अशोक के संरक्षण में पाटलिपुत्र में आयोजित की गई थी।
Options A सही है।
वर्तमान में अवसर्पिणी अवरोही अर्थ चक्र में, पहले तीर्थंकर ऋषभदेव अरबों वर्ष पहले रहे और तीसरे युग की समाप्ति की ओर मोक्ष प्राप्ति की।
चौबीसवें और अंतिम तीर्थंकर महावीर स्वामी थे। जिनका अस्तित्व एक एतिहासिक तथ्य स्वीकार कर लिया गया है।
Options D सही है।
जैन धर्म की दो मुख्य शाखाएं है – दिगम्बर और श्वेतांबर।
दिगम्बर संघ में साधु नग्न दिगम्बर रहते है और श्वेतांबर संघ के साधु श्वेत वस्त्र धारण करते है। इन्ही मुख्य भिन्नताओ के कारण यह दो संघ बने।
Options B सही है।
भगवान बुद्ध का जन्म 623 बीसी में लुंबिनी के प्रसिद्ध बागों में हुआ था, जो जल्द ही तीर्थयात्रा का स्थान बन गया। तीर्थयात्रियों में से भारतीय सम्राट अशोक थे, जिन्होंने वहां अशोक स्तंभ स्मारक बनाया था। खंभे पर शिलालेख नेपाल में सबसे पुराना है। इतिहास प्रेमियों और बौद्धों के लिए लुम्बिनी एक महत्वपूर्ण जगह है।
Options A सही है।
वर्षों की कठोर साधना के पश्चात बोध गया बिहार में बोधि वृक्ष के नीचे उन्हें ज्ञान की प्राप्ति हुई और वे सिद्धार्थ गौतम से भगवान बुद्ध बन गए।
Options B सही है।
प्रथम बौद्ध संगीति महाकश्यप की अध्यक्षता में लगभग 400 ईसा पूर्व राजगृह में आयोजित की गई थी। यह बुद्ध की मृत्यु के तुरंत बाद आयोजित की गई थी और इसका उद्देश्य बुद्ध की शिक्षाओं की शुद्धता बनाए रखना था। पहली बौद्ध संगीति राजा अजातशत्रु (हर्यांक वंश) के संरक्षण में आयोजित की गई थी।
Options A सही है।
सांची कई स्तूपों का स्थल है, जो एक पहाड़ी चोटी पर बनाए गए थे। यह स्थल बौद्ध धर्म से संबंधित है लेकिन सीधे बुद्ध के जीवन से नहीं।
Options A सही है।
उनका जन्म ईसा पूर्व 599 वर्ष माना जाता है। उनके पिता राजा सिद्धार्थ और माता रानी त्रिशला थी और बचपन में उनका नाम व्रर्द्धमान था।
Options B सही है।
प्रथम जैन महासभा का आयोजन 300 ईसा पूर्व में पाटलिपुत्र (वर्तमान पटना) में हुई थी।
Options A सही है।
यह स्थान बौद्ध धर्म में संबंधित है लेकिन सीधे बुद्ध के जीवन से नहीं। यह अशोक से अधिक बुद्ध से संबंधित है। अशोक ने पहला स्तूप बनवाया और यहां कई स्तंभ बनवाए।
Options C सही है।
सुत्तपिटक बौद्ध धर्म का एक ग्रंथ है। यह ग्रंथ त्रिपिटक के भागों में से एक है। सुत्त पिटक में तर्क और संवादों के रूप में भगवान बुद्ध के सिद्धांतों का संग्रह है।
Options B सही है।