हड़प्पा पूर्वोत्तर पाकिस्तान के पंजाब प्रांत का एक पुरातात्विक स्थल है। यह साहीवाल शहर से 20 किलोमीटर पश्चिम में रावी नदी के किनारे स्थित है। सिन्धु घाटी सभ्यता के अनेकों अवशेष यहाँ से प्राप्त हुए है। कांस्य युगीन सिंधु घाटी सभ्यता को इसी शहर के नाम के कारण हड़प्पा सभ्यता भी कहा जाता है। सिन्धु घाटी सभ्यता में यह सबसे पहले खोजी गयी सभ्यता थी.
1921 में जब जॉन मार्शल भारत के पुरातात्विक विभाग के निर्देशक थे तब दयाराम साहनी ने इस जगह पर सर्वप्रथम खुदाई का कार्य करवाया था।
अलेक्जेंडर कनिंघम को हड़प्पा से लिपिबद्ध मुहरे प्राप्त हुए थे।
Options:- B सही है।
हड़प्पा सभ्यता के अधिकतम शहर सिंधु नदी के तट पर बसे होने के कारण इस सभ्यता का नाम सिंधु घाटी सभ्यता पड़ा।
Options:- C सही है।
मोहनजोदड़ो (मृतकों का टीला) की खोज राखलदास बनर्जी द्वारा 1922 में किया गया था। पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के लरकाना जिले में सिंधु नदी के तट परस्थित है।
Options:- C सही है।
मोहनजोदड़ो (मृतिको का टीला) की खोज राखलदास बनर्जी द्वारा 1922 में किया गया था। पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के लरकाना जिले में सिंधु नदी के तट पर स्थित है।
Options:- B सही है
हड़प्पा की खोज दयाराम साहनी द्वारा 1921 में की गई थी। यह वर्तमान के पाकिस्तान पंजाब प्रांत में मोंटगोमरी में रावी नदी के तट पर स्थित है।
Options:- D सही है।
हड़प्पा सभ्यत की खोज का श्रेय दयाराम साहनी को दिया जाता है उन्होंने 1921 में इसकी खोज की थी।
Options:- B सही है।
हड़प्पा सभ्यता के लोग कास्य से परिचित थे तथा कांस्य से वस्तुएं बनाया करते थे। इसलिए इस युग को कांस्य युग भी कहा जाता है।
Options:- C सही है।
अमरावती, हड़प्पा सभ्यता का शहर नहीं है, बाकी सभी हड़प्पा सभ्यता की शहर है।
Options:- D सही है।
हड़प्पा सभ्यता की जानकारी के लिए चित्रात्मक लिपि, भौतिक अवशेष, मृदभांड, औजार, मुहरे, इमारतें और खुदाई में मिले सिक्के इत्यादि है।
Options:- D सही है।
हड़प्पा सभ्यता की तीसरी राजधानी कालीबांगा को माना जाता हैं। यह राजस्थान के घग्गर नदी के किनारे है।
Options:- D सही है।
हड़प्पा सभ्यता के लोथल के विभिन्न स्थलों में भट्टियन सहित मनके बनाने का कारखाना या कार्यशालाओं की पहचान की गई है। लोथल ज्यादातर सिंधु घाटी सभ्यता में सूक्ष्म मोतियों के लिए जाना हैं।
Options:- B सही है।
सिंधु घाटी सभ्यता के लोथल में मानव निर्मित बंदरगाह, गुड़ीवाड़ा, चावल की भूस, अग्नि वेदिकाएं और शतरंज का खेल का साक्ष्य मिला है।
Options:- A सही है।
हड़प्पा सभ्यता में कालीबंगा से अग्नि वेदिकाएं, ऊंट की हड्डियां, लकड़ी का हल का साक्ष्य मिला है।
Options:- D सही है।
सिंधु घाटी सभ्यता में विशाल स्नानागार का अवशेष मोहनजोदड़ो से प्राप्त हुआ है। जिसकी चौड़ाई 7 मीटर, गहराई 2.43 मीटर और लंबाई 11.88 मीटर है।
Options:- C सही है।
हड़प्पा नगरों मे घरों को नालियों एवं सड़कों का एक साथ नियोजित रूप से निर्माण कराया गया था। सड़कों तथा नालियों को लगभग एक डिग पद्धति में बनाया गया था, जो एक दूसरे को समकोण पर काटती थी। प्रत्येक घर में स्नानागार की उपस्थिति थी। घरों की नालियों को गली की नालियों से जोड़ा गया, जो बाद में बड़े नाले में मिल जाती थी। इस प्रकार हड़प्पा सभ्यता में जल निकासी प्रणाली की अच्छी व्यवस्था थी।
Options:- C सही है।
अनगिनत संख्या में मिली मुहरों, एकसमान लिपि, वजन और मापन की विधियों से सिंधु घाटी सभ्यता के लोगों के जीवन में व्यापार के महत्व के बारे में पता चलता है।
Options:- A सही है।
इसे कुछ विद्वान् महाजलकुंड के नाम से संबोधित करते हैं। उत्तर से दक्षिण की ओर इसकी लंबाई 39 फीट (11.88 मीटर) तथा पूर्व से पश्चिम की ओर इसकी चौड़ाई 23 फीट (7 मीटर) है। इसकी गहराई 8 फीट (2.43 मीटर) है। नीचे तक पहुँचने के लिए इसमें पकी हुई पतली ईंटों से निर्मित सीढ़ियाँ बनाई गई हैं।
Options:- A सही है।
हड़प्पा सभ्यता में जल कुंड होने का साक्ष्य मोहनजोदड़ो और धोलावीरा से मिले है।
Options:- A सही है।
हड़प्पा सभ्यता में घोड़े के साक्ष्य सूक्ष्म रूप में मोहनजोदड़ो और लोथल की एक संशययुक्त टेराकोटा की मूर्ति से मिले है। हड़प्पा के लोग संस्कृति किसी भी स्थिति में अश्व केंद्रित नहीं थी।
Options:- A सही है।
हड़प्पा के लोगों को लोहे को छोड़कर लगभग सभी धातुओं की जानकारी थी। उन्होंने सोने और चांदी की वस्तुओं का निर्माण किया।
इसलिए सही उत्तर option 4 (लोहा) होगा।
सिंधु सभ्यता, हड़प्पा सभ्यता में लकड़ियों से दरवा, नाव और बैलगाड़ी आदि बनाई जाती थी।
Options:- D सही है।
हड़प्पा सभ्यता में कपास की खेती का मुख्य केंद्र केंद्र सिंधु था। सिंधु सभ्यता के मनुष्यों ने सर्वप्रथम कपास की खेती करना आरंभ किया था।
Options:- D सही है।
हड़प्पा सभ्यता की बहुत सारे शहर क्षेत्र और गांव क्षेत्र नदियों के किनारे मिले हैं इसलिए अनुमानत: कहा गया है की ये नदियों के किनारे रहना पसंद करते थे।
Options:- B सही है।
हड़प्पा सभ्यता के पतन का मुख्य कारण प्राकृतिक कारण माना जाता है।
प्राकृतिक कारण भूगर्भीय और जलवायू संबंधी हो सकते है। अत्यधिक मात्रा में भूकंप की उत्पत्ति हुई। नदियों द्वारा अपना मार्ग बदलने के कारण खाद्य उत्पादन क्षेत्रों में बाढ़ आ गई हो।
Options:- D सही है।
नागेशवर, गुजरात के कच्च की खाड़ी के किनारे थी और वहां सीप, नील पत्थर और शंख जैसे बहुमूल्य वस्तुएं मिलती थी। व्यापार के लिए महत्वपूर्ण स्थान रखता है इसलिए हडप्पा के लोगों ने अपनी बस्तियां बसाई थी।
Options:- D सही है।
हड़प्पा के लोग कांस्य की वस्तुएं निर्मित करने की विधि, उसके उपयोग से भली भांति परिचित थे। तांबा राजस्थान की खेतड़ी खान से प्राप्त किया जाता था और टिन अनुमानत: अफगानिस्तान (ओमान) से लाया जाता था।
Options:- D सही है।
पुरुष देवता के रूप में मुहरों पर तीन श्रृंगी चित्र पाया गया हैं, जो की योगी की मुद्रा रूप में बैठे हुए है। देवता के एक तरफ हाथी, एक तरफ बाघ, एक तरफ गैंडा तथा उनके सिंहासन के पीछे भैंसे का चित्र बनाया गया है। उनके पैरों के पास दो हिरनों के चित्र है। चित्रित भगवान की मूर्ति को पशुपतिनाथ महादेव की संज्ञा दी गई है।
Options:- D सही है।
सिंधु घाटी सभ्यता में पीपल के वृक्ष, एक सींग वाले गेंडा, प्रकृति देवी, पृथ्वी देवी तथा पशुपतिनाथ महादेव की पूजा किया करते थे।
Options:- A सही है।
सिंधु घाटी सभ्यता में प्रकृति देवी, पृथ्वी, शिव, पशु और वृक्ष आदि की पूजा करने का साक्ष्य मिला है।
Options:- A सही हैं।
सिंधु घाटी सभ्यता, हड़प्पा सभ्यता को मातृसत्तात्मक सभ्यता वाला समाज के रूप में जाना जाता हैं।
Options:- A सही है।
हड़प्पा काल में, शवों को आमतौर पर ईंटो या पत्थरों से बने आयताकार या अंडाकार गड्ढों में दफन किया जाता था। शरीर को आमतौर पर उत्तर दिशा में सीधे रूप में एक लकड़ी के ताबूत में रखा जाता था। यह महत्वपूर्ण था कि शरीर जमीन के संपर्क में नहीं आए। शव की लकड़ी के ताबूत का एकमात्र सबूत शव पर लकड़ी के निशान की होती हैं।
Options:- A सही है।
सिंधु घाटी सभ्यता, हड़प्पा सभ्यता की लिपि दाएं से बाएं की ओर लिखी जाती थी।
Options:- A सही है।
अनगिनत संख्या में मिली मुहरे, एक समान लिपि, वजन और मापन की विधियों से सिंधु घाटी सभ्यता के लोगों के जीवन में व्यापार के महत्व के बारे में पता चलता है। हड़प्पा के लोग पत्थर, धातु, सीप या शंख का व्यापार करते थे।
Options:- C सही है।
सिंधु घाटी सभ्यता में ध्यान देने योग्य बात यह भी है कि इस सभ्यता में ग्रिड प्रणाली मौजूद थी, इसके अंतर्गत सड़के एक दूसरे को समकोण पर कटती थी।
Options:- D सही है।
हड़प्पा के लोग पृथ्वी को उर्वरता की देवी मानते थे और पृथ्वी की पूजा उसी तरह करते थे, जिस प्रकार मिस्र के लोग नील नदी की पूजा देवी के रूप में करते थे।
सिंधु घाटी सभ्यता के लोग वृक्ष तथा पशुओं की पूजा किया करते थे। यहां की सबसे महत्वपूर्ण पशु एक सींग वाला गेंडा तथा दूसरा महत्वपूर्ण पशु कूबड़ वाला सांड हुआ करता था।
हड़प्पा सभ्यता के प्रकृति की पूजा की परंपरा का पालन आज भी भारत में किय जाता है। भारत में आज भी पेड़-पौध, सूर्य-चंद्रमा, ग्रह-नक्षत्र, पशु-पक्षी आदि की पूजा की परंपरा है।
Options:- B सही हैं।
भारत का इतिहास सिंधु घाटी सभ्यता से प्रारंभ होता है जिसे हम हड़प्पा सभ्यता के नाम से भी जानते हैं।
यह सभ्यता लगभग 2500 ईस्वी पूर्व दक्षिण एशिया के पश्चिमी भाग मैं फैली हुई थी,जो कि वर्तमान में पाकिस्तान तथा पश्चिमी भारत के नाम से जाना जाता है।
सिंधु घाटी सभ्यता मिस्र, मेसोपोटामिया, भारत और माया की चार सबसे बड़ी प्राचीन नगरीय सभ्यताओं से भी अधिक उन्नत थी।
यह चीन के सभ्यता के समकालीन नही थी।
अतः option 4 सही होगा।
हड़प्पा सभ्यता के कालीबंगा, राजस्थान के घग्गर नदी के किनारे घोष द्वारा खोजा गया है। कालीबंगा का अर्थ काली कांच की चूड़ियां है। यहां लकड़ी का हल मिला है।
Options:- A सही हैं।
हड़प्पा सभ्यत का मोहनजोदड़ो शहर पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में स्थित है। इसकी खोज राखलदास बनर्जी द्वारा 1922 में किया गया था।
Options:- B सही हैं।
सिंधु घाटी सभ्यता का सबसे बड़ा शहर (राखीगढ़ी) मोहनजोदड़ो सिंधु नदी के किनारे पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के लरकाना जिले में स्थित है।
Options:- A सही हैं।
मोहनजोदड़ो सिन्धी भाषा का शब्द है।
Options:- B सही हैं।
हड़प्पा सभ्यता में अग्निकुंड (अग्नि वेदिकाएं) के अवशेष लोथल एवं कालीबंगा दोनो स्थान से मिले हैं।
Options:- A सही हैं।
भारतीय ऐतिहासिक भूगोल तथा इतिहास के पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग के (जनक) पहले डायरेक्टर जनरल अलेक्जेंडर कनिंघम को कहा जाता है।
Options:- A सही हैं।
राखलदास बनर्जी को पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के लरकाना जिले में सिंधु नदी के तट पर स्थित मोहनजोदड़ो (मृतकों का टीला ) का अवशेष 1922 में मिला।
Options:- C सही हैं।
लोथल, गुजरात में कैम्बे की कड़ी के नजदिक भोगवा नदी के किनारे पर स्थित है।
Options:- A सही हैं।
लोथल, गुजरात में कैम्बे की कड़ी के नजदीक भोगवा नदी के किनारे पर स्थित है।
Options:- C सही है।
सिंधु घाटी सभ्यता में विशाल स्नानागर, अन्नागार, कांस्य की नर्तकी की मूर्ति, पशुपति महादेव की मुहर, दाड़ी वाले मनुष्य पत्थर की मूर्ति, बने हुए कपड़े मोहनजोदड़ो से मिली हैं।
Options:- B सही है।
पुरातत्व में, शिलालेख, (खंडर) भग्नावशेष, अभिलेख, सिक्कों का अध्ययन किया जाता है। जबकि साहित्य का अध्ययन साहित्यिक स्रोत में किया जाता है।
Options:- A सही हैं।
सिंधु घाटी सभ्यता में सबसे बड़े नगर हड़प्पा और मोहनजोदड़ो जो पाकिस्तान में अवस्थित है। लोथल जो कि भारत के गुजरात में अवस्थित है। हड़प्पा और मोहनजोदड़ो के अपने-अपने दुर्गा है।
Options:- B सही हैं।
मोहनजोदड़ो की खोज राखलदास बनर्जी द्वारा 1922 में किया गया है। यह पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के लरकाना जिले में सिंधु नदी के तट पर है। यहां खुदाई के द्वारा बहुत से अस्थियां मिली है। इसलिए इसे मृतकों का टीला कहा जाता है।
Options:- A सही है।
अलेक्जैंडर कनिंघम को भारतीय ऐतिहासिक भूगोल तथा इतिहास के पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग का जनक माना जाता है।
Options:- B सही हैं।
1921 में दयाराम साहनी ने हड़प्पा का उत्खनन किया। इस प्रकार इस सभ्यता का नाम हड़प्पा सभ्यता रखा गया व राखलदास बेनर्जी को मोहनजोदड़ो का खोजकर्ता माना गया।
अतः option A सही हैं।
कालीबंगा, राजस्थान में घग्गर नदी के किनारे अवस्थित है। इसकी खोज घोष द्वारा 1953 में की गई थी।
Options:- C सही हैं।